बैकुण्ठपुर तहसील में कोटवार की मनमानी — क्षेत्र में नहीं जाता, पहचान तक अज्ञात, फिर भी कार्यालय में नियमित उपस्थिति!

 

बैकुण्ठपुर।

बैकुण्ठपुर तहसील कार्यालय में पदस्थ एक कोटवार की कार्यशैली इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई है। सूत्रों के अनुसार यह कोटवार कभी अपने निर्धारित क्षेत्र में नहीं गया, और न ही ग्रामीणों को पता है कि उनके क्षेत्र का कोटवार वास्तव में कौन है।


स्थानीय लोगों ने बताया कि संबंधित कोटवार पूरे समय तहसील कार्यालय में ही मौजूद रहता है, जबकि कोटवारों का मुख्य कार्य क्षेत्र में रहकर राजस्व संबंधित सूचनाएं देना, अमावस्या रिपोर्ट तैयार करना, तथा ग्राम स्तर पर प्रशासन की आंख और कान बनना होता है। लेकिन यहां तो स्थिति इसके बिल्कुल विपरीत है।


चौंकाने वाली बात यह है कि जहां अन्य कोटवार शासन द्वारा निर्धारित ड्रेस पहनकर ड्यूटी पर आते हैं, वहीं यह कोटवार ड्रेस तक नहीं पहनता, और उसे कोई रोकने-टोकने वाला नहीं है। सूत्रों की मानें तो यह सब किसी प्रभावशाली व्यक्ति के संरक्षण में हो रहा है, जिसके कारण अधिकारी भी मौन हैं।


एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जब उक्त कर्मचारी को ड्रेस पहनने और क्षेत्र में उपस्थिति दर्ज करने के निर्देश दिए गए, तो उसने पालन करने से साफ इंकार कर दिया। अधिकारी की बात का सम्मान तक नहीं किया गया। बताया जा रहा है कि यह कर्मचारी संलग्न आदेश पर तहसील कार्यालय में पदस्थ है और उसी का फायदा उठाकर मनमानी कर रहा है।


स्थानीय नागरिकों ने कलेक्टर कोरिया से मांग की है कि इस पूरे मामले की जांच कर ऐसे कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि प्रशासनिक अनुशासन की पुनर्स्थापना हो सके और क्षेत्र में शासन की नीतियां ईमानदारी से लागू हों।

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