कोरिया, बैकुंठपुर – जिला चिकित्सालय बैकुंठपुर में मरीजों की मदद के लिए नियुक्त चारों विधायक प्रतिनिधि सिर्फ नाम के लिए मौजूद हैं। अस्पताल में इनकी जिम्मेदारी मरीजों की देखभाल, इलाज में मदद, खून की व्यवस्था और अन्य जरूरी सुविधाएं दिलवाने की होती है, लेकिन हकीकत में यह कई दिनों से अस्पताल से नदारत हैं।
सबसे ज्यादा परेशानी बाहर से आने वाले मरीजों और उनके परिजनों को उठानी पड़ रही है। मरीजों को इलाज के लिए जरूरी कागजी कार्रवाई, दवाइयों और खून की व्यवस्था के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है।
सूत्रों के अनुसार कुछ विधायक प्रतिनिधि मरीजों की सेवा छोड़कर निर्माण कार्यों और ठेकेदारी के जुगाड़ में लगे हुए हैं। ऐसे में अस्पताल के हालात भगवान भरोसे चल रहे हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि जीवनदीप समिति के सदस्य विधायक प्रतिनिधि अपनी ड्यूटी ईमानदारी से निभाएं, तो मरीजों की समस्याएं काफी हद तक कम हो सकती हैं। लेकिन फिलहाल हालात ऐसे हैं कि मरीज और उनके परिजन अस्पताल में मदद के लिए दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं।

